अंतर्देशीय जलमार्गों पर सफलतापूर्वक नौचालन के लिए मुख्य रूप से तीन आवश्यकताएं होती हैं। ये हैं, i) अंतर्देशीय जलयानों के आवागमन के लिए नौचालनीय नाव्य जलपथ, ii) सुरक्षित नौचालन हेतु नौचालन सुविधाएं और iii) जलमार्ग के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर कार्गों पर चढ़ाने/उतारने के लिए टर्मिनल। रा.ज.-III पर उपस्थित इन सुविधाओं को नीचे दिया गया है:-
नौचालनीय नाव्य जलपथ:- रा.ज.-III में नौचालनीय हेतु अपेक्षाकृत चौड़े पहुंच में 38 मीटर चौड़ाई तथा 2 मीटर गहराई सहित संक्रिय पहुंच में 32 मीटर चौडाई के नौचालनात्मक चैनल विकसित किए जाने हैं। उपर्युक्त माप के साथ नौचालन चैनल को विकसित करने के लिए, 40 लाख घन मीटर बड़े ड्रेजिंग को लगभग 87 कि.मी. की लंबाई पर शामिल किया गया था। जुलाई, 2014 की स्थिति के अनुसार, भाअजप्रा ने 80 कि.मी. पुथली लंबाई के ऊपर करीब 36 लाख घन मीटर ड्रेजिंग लिया गया है। इसके सहित, समग्र रा.ज.-III में यद्यपि 2 मीटर की लक्षित गहराई प्रदान की गई है परंतु अपेक्षित 32 मी. की चौ. के लिए नौचालन चैनल का चौ. किया जाना अलापपुझा (करूवाट्टा तथा मुल्लकल गांव) में 2 कि.मी. कायमकुलम कायल में 1.50 कि.मी. तथा छावरा के निकट 2.75 कि.मी. की लंबाई में पूरा किया जाना बाकी है। लगभग 6 कि.मी. के शेष उथले स्थान में से जिले में अलापपुझा/कुट्टनड (2 कि.मी.), अलापपुझा कायमकुलम क्षेत्र (1.5 कि. मी.) तथा कोल्लम जिले में छावरा में (3.5 कि.मी.) है जिसके लिए कार्य चल रहा है।
रा.ज.-III का विकासत्मक कार्य दिसम्बर, 2014 तक पूरा किया जाना लक्षित है। बशर्तें कि स्थायीन लोगों का सहयोग मिल सके तथा रा.ज.-III के नौचालन चैनल से शेष बचे मछली मारने के जालों को हटाया जा सकें।
नौचालन हेतु सुविधाएं:-
रा.ज.-III की समूची मार्ग लंबाई पर 24 घंटे नौचालन सुविधाओं के लिए सहायता प्रदान की गई है।
टर्मिनल:-
टर्मिनलों की स्थापना के लिए शामिल कुल 11 स्थानों में से 8 पहले ही कोट्टापुरम, आलुवा, मराडु (कोच्ची), वेक्कम, चरथाला (थनीरमुक्कम) थ्रीकुन्नापुझा, कायमकुलम (आईराम थेंगु) तथा कोल्लम में निर्मित किए जा चुके हैं। अलापपुझा में एक टर्मिनल का निर्माण 9.04 करोड़ रू. की लागत पर चल रहा है तथा जुलाई, 2014 की स्थिति के अनुसार 88 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
कार्गों की उपलब्धता की पुष्टि होने के बाद अगले चरण में कक्कानाडु तथा छावरा नामक शेष बचे 2 स्थानों पर टर्मिनलों का निर्माण करने के लिए प्रस्ताव है। प्रभावी उपयोग के लिए तथा निजी क्षेत्र के भागीदारों को प्रोत्साहित करने के लिए, अलुवा तथा वेक्कम में अजप टर्मिनलों का प्रचालन तथा अनुरक्षण कार्य केएसआईएनसी (केरल सरकार का उपक्रम) को आउटसोर्स किया गया है।
इसके अलावा वल्लारपदम् कंटेनर टर्मिनल हेतु एक वैकल्पिक परिवहन मार्ग प्रदान करके काच्ची शहर में भीड़ को कम करने के लिए, भाअजप्रा ने विलिंगडन द्वीप समूह तथा बोलघाटी में कोच्चीन पोर्ट ट्रस्ट के साथ संयुक्त रूप से 2 रो-रो टर्मिनल स्थापित किए हैं। इस मार्ग के साथ-साथ कंटेनरों का परिवहन फरवरी, 2011 से सफलतापूर्वक चलता आ रहा है।