राष्ट्रीय जलमार्ग-2 भारत के उत्तर पूर्व क्षेत्र का सबसे महत्वपूर्ण जलमार्ग है। यह भारत - बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग के माध्यम से मुख्य भूमि भारत के साथ सम्पर्क (कनेक्टिविटी) प्रदान करता है, जिससे सिलीगुड़ी कॉरिडोर (मुख्य भूमि भारत को उत्तर पूर्व से जोड़ने वाला एकमात्र सीधा गलियारा) पर यातायात का दबाब कम होता है । यह जलमार्ग दो स्थानों - पांडु और धुब्री में स्थायी जेट्टी तथा ग्यारह स्थानों - हत्सिंगमारी, जोगीघोपा, पांडु, तेजपुर, सिलघाट, बिश्वनाथघाट, नेमाती, बोगीबील, सेंगजन, डिब्रूगढ़ और ओरुयम में फलोटिंग जेट्टी के साथ संचालित है । पांडु, एक मल्टीमॉडल टर्मिनल है और यह ब्रॉड गेज रेलवे लाइन के साथ जुड़ा हुआ है। भाअजप्रा फेयरवे (नौचालन चैनल) के विकास और रखरखाव के लिए हर वर्ष अक्टूबर / नवंबर से मार्च / अप्रैल के गैर मानसून वाले महीनों के दौरान निकर्षण और तलकर्षण जैसे नदी संरक्षण संबंधी उपाय करता है ।
45 मीटर चौड़ाई वाले इस फेयरवे में धुब्री और नेमाती (630 किलोमीटर) के बीच न्यूनतम उपलब्ध गहराई 2.5 मीटर , नेमाती और बोगीबील (100 किलोमीटर) के बीच 2.0 मीटर न्यूनतम उपलब्ध गहराई और बोगीबील और सदिया (161 किमी) के बीच 1.5 मीटर न्यूनतम उपलब्ध गहराई बनाए रखी जाती है।
वर्तमान में राष्ट्रीय जलमार्ग-2 के जरिए हर वर्ष लगभग 6 लाख टन कार्गो जिसमें भवन निर्माण सामग्री, खाद्यान्न, उर्वरक और बडे आकार के कार्गो शमिल हैं की ढुलाई की जाती है। पांडु और धुब्री के बीच दिसंबर 2017 से निर्धारित कार्गो की ढुलाई की जा रही है । कई उद्योगों ने परिवहन लागत को कम करने के लिए अपने माल के परिवहन हेतु राष्ट्रीय जलमार्ग-2 का उपयोग करने के लिए गहरी रुचि दिखाई है । मैसर्स स्टार सीमेंट, मैसर्स डालमिया सीमेंट जैसे उद्योग पहले से ही कार्गो परिवहन के लिए राष्ट्रीय जलमार्ग–2 का उपयोग कर रहे हैं। बहुत से स्थानों पर राज्य सरकार के साथ-साथ निजी ऑपरेटरों द्वारा माल ढुलाई के अलावा यात्री फैरी सेवाओं का संचालन भी किया जाता है। भाअजप्रा अपने नवनिर्मित रो-रो जलयान एम वी गोपीनाथ बोरदोलाई के माध्यम से धुबरी और हत्सिंगमारी के बीच जुलाई 2017 से रो-रो फेरी सेवा का भी संचालन करता है। साथ ही पांडु और नेमाटी के बीच माल ढुलाई के अलावा, नियमित क्रूज सेवाएं चालू हैं ।
राष्ट्रीय जलमार्ग-2 पर व्यापक संभावनाओं को देखते हुए, भाअजप्रा द्वारा राष्ट्रीय जलमार्ग-2 पर निम्नलिखित परियोजनाएं भी कार्यान्वित की जा रही हैं :
- नेमाती और कमलाबाड़ी के बीच सडक (तेजपुर पुल से होकर) द्वारा 410 किमी की यात्रा दूरी को रो-रो टर्मिनलों के माध्यम से जलमार्ग द्वारा कम करके 12.7 किमी किया जाना ।
- पांडु में अपनी तरह की पहली जहाज मरम्मत सुविधा ।
- भाअजप्रा राष्ट्रीय जलमार्ग-2 के संचालन हेतु गाद साफ करने वाली 2 स्व-चालित कटर सक्शन ड्रेज़र, 4 रो-पैक्स जलयान और 2 रो - रो जलयान भी खरीद रहा है ।